Saturday, December 10, 2011

जिन्दगी के कई छोटे छोटे अनुभव हमे काफी कुछ सिखा जाते है


जिन्दगी के कई छोटे छोटे अनुभव हमे काफी कुछ सिखा जाते है आदमी सीखना चाहे तो जिन्दगी और दुनिया की साधारण सी चीजे और बाते भी हमे बडी शिश्राएं दे देती है
जानिए कैसे........

¤     एक मुढ आदमी एक महिला को बडबडाना बंद करने को कहता है लेकिन एक बुद्धिमान
     आदमी कहता है आपके गुलाबी होठ जब बंद रहते है तो आप सचमुच मे बहुत खुबसूरत दिखती है

¤   शराब पीना कम करने की सबसे आसान तरकीब यह है कि जब आप कुंवारे हो, तो दुखी होने    
      पर पिँए विवाहोपंरात तब पिँए जब कभी आप खुश हो
¤   कम्युनिकेशन के सबसे तेज माध्यम-1) टेलीफोन, 2) टेलीविजन, 3) टेल ए वुमन - अगर अभी भी
     और  तेजी से अपनी बात किसी तक पंहुचाने की जरुरत महसूस हो तो उस महिला से कहेँ कि
      वो यह बात किसी और से न कहेँ

¤    अपने मित्रो को प्यार करे न कि उनकी बहनो को अपनी बहनो को प्यार करे न कि उनकी   
      फ्रेँडस को

¤    हमे उदारता चीटियोँ से सीखनी चाहिए चार चीटियां एक जंगल से गुजर रही थी कि उन्होने   
      एक हाथी को अपनी ओर आते देखा पहले नम्बर की चीँटी ने कहा उसे मार डालना चाहिए 
      दुसरी चीटी ने कहा, नही, हमे उसकी सिर्फ टांग तोड देनी चाहिए तीसरी चीटी ने कहा नही,
      हमे उसको सिर्फ अपने रास्ते से हटा देना चाहिए चौथी चीटी ने कहा नही हमे उसे बख्स देना    
      चाहिए, कयोकि वह अकेला है और हम चार है

¤   यदि आपके पास कोई गर्लफ्रेंड नही है तो मानिए कि आप जिन्दगी मे कोई बेशकीमती चीज  
      मिस कर रहे है अगर आपके पास गर्लफ्रेँड है तो यकीनन आप जिन्दगी मे हर चीज मिस कर 
      रहे है

¤   एक इंसान ने ईशवर से दो वरदान मांगे सर्वोतम वाइन और सबसे खूबसूरत महिला अगले ही 
     पल उसके सामने सर्वोतम वाइन और मदर टेरेसा हाजिर हुई नीति वचन: अपनी चाहत 
     बिल्कुल साफ साफ शब्दो मे कहे

¤   यदि आपके जीवन मे अन्धेरा है तो ईशवर से इससे छुटकारा दिलाने की प्रार्थना करे इसके 
     बावजुद भी अन्धेरा बरकरार है तो कृप्या बिजली का बिल अदा कर दे

¤   सरकार एक व्यक्ति को दो महिलाओ से शादी करने की अनुमति इसलिए नही देती कि 
    संविधान के अनुसार आपको एक ही गलती के लिये दो बार सजा नही दी जा सकती

¤   एक पानी का जहाज संमुद्र तट पर बिल्कुल सुरश्रित होता है लेकिन किनारे पर रहने के लिए 
     इसे नही बनाया गया है                                                                        - अल्बर्ट आइंस्टीन

 एन रघुरामन                                                                                                                                       
 Raghu@bhaskarnet.com                                                               


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